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Tuesday, April 23, 2019

Kuch dur saath chalo

कुछ दूर साथ चलो
तुम आज मेरे साथ। ..

 मिलने आयी हो तुम
आज पहली बार।
चलने साथ ज़िन्दगी
के लम्हे कुछ और। 

कुछ दूर साथ चलो
तुम आज मेरे साथ। ..

बातें हुई हमारी की
हो पुरानी पहचान।
साथ बैठे बिता समय
लेकर नई रफ़्तार।

कुछ दूर साथ चलो
तुम आज मेरे साथ। ..

इंतज़ार बहुत किया था
पाने तुम्हारा हाथ।
छोड़कर जाने का मन
नहीं मेरा आज।

कुछ दूर साथ चलो
तुम आज मेरे साथ। ..

अँधेरा बता रहा है
वक़्त नहीं अब और।
जाने वाले कदम कुछ
रुख के जाना बस।

 कुछ दूर साथ चलो
तुम आज मेरे साथ। ..

लौट के आना तुम
फिर मेरी ओर। 
दोबारा न हो पाएगा  
इंतज़ार फिर और। 

 कुछ दूर साथ चलो 
तुम हमेशा मेरे साथ। ..